Gandhi Ki Jeevan Kahani

Available
0
StarStarStarStarStar
0Reviews
आइन्सटीन ने कहा था कि आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए यह विश्वास करना मुश्किल होगा कि हाड़-माँस का ऐसा भी कोई शख़्स इस धरती पर कभी चला था. गाँधी अपने जीते-जी किंवदंति हो गये थे. पर यह बात विचित्र है कि भारत ने बस उनका नाम याद रखा, उनकी ज़िंदगी के संघर्ष, उनके मूल्यों, विचारों से वह खुद को लगातार दूर करत चला गया. आज इस बात की सख़्त ज़रूरत है कि गाँधी को फिर से तलाशा जाये. यह किताब उसी तलाश का और गाँधी...
Read more
Samples
product_type_Audiobook
mp3
Price
2,99 €
आइन्सटीन ने कहा था कि आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए यह विश्वास करना मुश्किल होगा कि हाड़-माँस का ऐसा भी कोई शख़्स इस धरती पर कभी चला था. गाँधी अपने जीते-जी किंवदंति हो गये थे. पर यह बात विचित्र है कि भारत ने बस उनका नाम याद रखा, उनकी ज़िंदगी के संघर्ष, उनके मूल्यों, विचारों से वह खुद को लगातार दूर करत चला गया. आज इस बात की सख़्त ज़रूरत है कि गाँधी को फिर से तलाशा जाये. यह किताब उसी तलाश का और गाँधी...
Read more
Follow the Author

Options

  • ISBN: 9789353984748
  • Kopierschutz: Kein
  • Erscheinungsdatum: 15.08.2020
  • Verlag: STORYSIDE IN
  • Read by: Atul Kapoor
  • Sprache: Hindi
  • Formate: mp3