विश्वामित्र, राम और लक्ष्मण को लेकर सीता के स्वयम्वर देखने की मनीषा से मिथिला के तरफ प्रयाण करते हैं. रास्ते में विश्वामित्र गंगावतरण की कहानी राम और लक्ष्मण को सुनाते हैं. वही रावण का राजजोतिषी रावण को सीता के स्वयंवर में ना जाने की सलाह देता हैं, सीता अगर लंका आएगी तो राक्षसकुल का नाश होगा. क्या रावण जोतिष की सलाह मानेगा? या अपने विनाश को लंका लायेगा?