कौआ बहुत भूखा है ... और आखिरकार उसे खानेके लिए रोटी मिल ही जाती है लोम्बडी दि वली सियार उस रोटी को चाहता है।कौवे के मुमे रोटी देख सियार के मुमे पानी आ जाता हैं | क्या उसे रोटी मिल जाती है | क्या उसकी चतुर योजना काम करती है? "
कौआ बहुत भूखा है ... और आखिरकार उसे खानेके लिए रोटी मिल ही जाती है लोम्बडी दि वली सियार उस रोटी को चाहता है।कौवे के मुमे रोटी देख सियार के मुमे पानी आ जाता हैं | क्या उसे रोटी मिल जाती है | क्या उसकी चतुर योजना काम करती है? "