शादीशुदा संदीप ने राहों में खुद कांटे बोए थे. उसे उम्मीद थी कि वे कांटे दूसरों को चुभेंगे. लेकिन उसे क्या पता था कि वे कांटे जहरीले बनकर उसकी जान ले लेंगे.
शादीशुदा संदीप ने राहों में खुद कांटे बोए थे. उसे उम्मीद थी कि वे कांटे दूसरों को चुभेंगे. लेकिन उसे क्या पता था कि वे कांटे जहरीले बनकर उसकी जान ले लेंगे.